कब है पापनोचनी एकादशी?

पापमोचनी एकादशी 2025: तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व
तारीख: 23 मार्च 2025 (रविवार)
एकादशी व्रत: 23 मार्च को
पारण (व्रत तोड़ने का समय): 24 मार्च सुबह 6:12 बजे से 8:35 बजे तक (स्थानीय पंचांग के अनुसार जांचें)।

पूजन विधि:
1. स्नान एवं संकल्प सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और विष्णु भगवान को ध्यान में रखकर व्रत का संकल्प लें।
2. व्रत एवं पूजा: दिनभर उपवास रखें। घर के मंदिर में श्री विष्णु/कृष्ण की मूर्ति या तस्वीर स्थापित कर धूप, दीप, फल, तुलसी पत्र और मिठाई अर्पित करें।
3. कथा श्रवण: पापमोचनी एकादशी की पौराणिक कथा पढ़ें या सुनें।
4.दान: गरीबों को अन्न, वस्त्र या दक्षिणा दान करें।

Papmochani Ekadashi 2025

विशेष उपाय:
– मंत्र जाप: “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय”* का 108 बार जाप करें।
– तुलसी सेवन: तुलसी के पत्ते जल में डालकर स्नान करें या भोजन में शामिल करें।
– रात्रि जागरण: भजन-कीर्तन करते हुए रात में जागरण करने से पापों का नाश होता है।

 

महत्व:
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, पापमोचनी एकादशी व्रत रखने से जाने-अनजाने किए गए पापों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है। यह चैत्र महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी है, जो श्री हरि की कृपा पाने का सर्वोत्तम अवसर मानी जाती है।

ध्यान रखें: स्थानीय पंचांग या विद्वान पंडित से शुभ मुहूर्त की पुष्टि करें।
आध्यात्मिक संदेश: “एकादशी का व्रत न केवल शरीर, बल्कि मन और आत्मा की शुद्धि का प्रतीक है।”